Corona VirusMadhya Pradesh

प्रदेश में ब्लैक फंगस के इलाज में जरुरी इंजेक्शन और दवा की शुरू हो सकती है कालाबाजारी – दिग्विजय सिंह

प्रदेश अभी कोरोना संक्रमण के खिलाफ युद्ध लड़ ही रहा है कि अब ब्लैक फंगस का खतरा मंडरा रहा है. सरकार की कोरोना की दूसरी लहर से लड़ने के लिए ही तैयार नहीं थी कि अब सरकार को दोहरी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. इस मामले पर अब सियासत भी जोर पकड़ने लगी है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर ब्लैक फंगस के लिए जरूरी इंजेक्शन की कालाबाजारी और नकली इंजेक्शन का कारोबार शुरू होने का अंदेशा जताया है.

दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज से अनुरोध किया है कि ब्लैक फंगस के इलाज के लिए जरूरी इंजेक्शन मरीजों को अस्पतालों के जरिए उपलब्ध कराए जाएं. इसकी कालाबाजारी और नकली दवा के कारोबार को रोकने के लिए सरकार सख्त कदम उठाए. सिंह ने अपने पत्र में कहा है कि इस बीमारी के इलाज के लिए जरूरी एंटी फंगल इंजेक्शन बाजार से गायब हो गए हैं और उनके परिजन भटक रहे हैं. ऐसे में सरकार को कुछ ठोस कदम उठाने चाहिए.

भोपाल के अस्पताल में उपलब्ध नहीं इंजेक्शन

दरअसल इस बात की खबरें आ रही हैं की ब्लैक फंगस के इलाज के लिए जरूरी इंजेक्शन मरीजों को नहीं मिल पा रहा. भोपाल में मरीज इस इंजेक्शन को दूसरे जिलों से लेकर आ रहे हैं. राजधानी के हमीदिया अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए एंटीफंगस लाइपोसोमल, एम्फोटोरेसिन इंजेक्शन बीते 10 दिनों से उपलब्ध नहीं हैं.

आपको बता दें कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच बाजार से कई इंजेक्शन गायब हो गए थे. इनकी जबरदस्त कालाबाजरी हुई थी. कई जगहों पर रेमडेसिविर इंजेक्शन ही लाखों में बिका था. जिसके बाद ब्लैक फंगस में भी उसके इंजेक्शनों की भी कालाबाजारी होने का अंदेशा है.