Madhya Pradesh

आईपीएस ऑफिसर की आईडी से करता था युवक लड़कियों से मीठी-मीठी बातें

भोपाल: सोशल मीडिया के माध्यम से बदमाश न केवल लोगों को लूटने का काम कर रहे हैं बल्कि अब ये फर्जी आईडी बनाकर लोगों को बदनाम करने का भी काम कर रहे हैं. पहले आम व्यक्ति की आईडी फर्जी बनती थी लेकिन अब इन बदमाशों ने अधिकारियों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है. मध्य प्रदेश के कई आईपीएस ऑफिसर कि फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर पैसे की मांग की जा चुकी है तो अब एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है जिसमें एक डीएसपी की फेक फेसबुक आईडी बनाई गई और उस आईडी के सहारे उसमें फ्रेंड लिस्ट में लड़कियों को सब से ज्यादा जोड़ा गया और उसके बाद बदमाश उन लड़कियों से मीठी-मीठी बातें करने लगा और खुद को वह बड़ा आईपीएस अफसर बताने लगा जिस डीएसपी की फेसबुक में फर्जी आईडी बनाई गई उसका नाम दिग्विजय सिंह चौहान है, जोकि प्रशिक्षु डीएसपी है और पहले रीवा में पदस्थ रह चुके हैं. उनकी फर्जी फेसबुक आईडी उनके ही नाम से बनाई गई हैं. उस आईडी में बकायदा आईपीएस दिग्विजय सिंह चौहान लिखा गया है.

इस आईडी के माध्यम से यह कथित फर्जी आईपीएस की आईडी वाला शख्स पुलिस के खिलाफ ही लिख रहा है. एक जगह कमेंट आता है कि भोपाल पुलिस किसी काम की नहीं बड़ी शर्म की बात है अब मुझे ही एमपी रीवा से चलकर भोपाल आना पड़ेगा. इस तरह की जब कमेंट उसके बाद लड़कियों के साथ बातचीत की बात को इंदौर की महिला पत्रकार प्रीति शर्मा ने भांप लिया और पत्रकार ने पाया कि इसमें अधिकांश अपनी आईडी में लड़कियों को ही जोड़ा है और लड़कियों से ही यह ज्यादातर बातचीत कर रहा है और बकायदा अब पर्सनल चैट पर भी आ कर बात कर रहा है तो उस महिला पत्रकार प्रीति शर्मा ने उसकी फेसबुक आईडी पर सवाल करने शुरू कर दिए कि आप किस कैडर के आईपीएस हैं कहां पर आपकी पोस्टिंग है और आप अपनी पुलिस के खिलाफ ही क्यों लिख रहे हैं. जब सवाल किए गए तो उस आईपीएस यानी कि जो नकली फेसबुक आईडी चला रहा था उसके पास कोई भी जवाब नहीं रहा महिला पत्रकार को अपनी फेसबुक आईडी से ब्लॉक कर दिया गया. इसके बाद जब उस महिला पत्रकार ने पड़ताल की तो यह आईडी फर्जी निकली, महिला पत्रकार ने बकायदा जिसके नाम से आईडी बनी थी उस व्यक्ति के बारे में पता लगाया तो पता चला कि वे अभी प्रशिक्षु डीएसपी हैं और मध्य प्रदेश के रीवा में पदस्थ रह चुके हैं. अपनी बेहतरीन कार्यशैली के लिए पहचाने जाते हैं उनकी लोकप्रियता को भुनाने के लिए शायद यह फर्जी आईडी किसी शख्स ने बनाई थी फिलहाल पत्रकार ने डीएसपी तक फर्जी आईडी की जानकारी भेज दी है डीएसपी ने इसकी शिकायत भी कर दी है.