BhopalMadhya Pradesh

ऑक्सीजन की कमी से भोपाल के एक अस्पताल में 10 मरीजों की मौत

राज्य में कोरोना ने हाहाकार मचाया हुआ है. हर रोज सैकड़ों मौतें हो रही हैं. लेकिन सरकार कछुआ चाल में काम कर रही है. राज्य में ऑक्सीजन की कमी से हाहाकार मचा हुआ है. रोज किसी न किसी जिले में इसकी वजह से मौतें हो रही हैं.

गत दिनों ऑक्सीजन की वजह से शहडोल में हुई 12 मौतों का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा है कि भोपाल से भी इसी तरह की खबर सामने आई है.

समाचार पत्र दैनिक भास्कर के मुताबिक प्रदेश की राजधानी भोपाल के पीपुल्स अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 10 मरीजों की मौत हुई है. इसके बाद पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया. हालांकि, अस्पताल प्रबंधन ने इस बात से साफ इनकार किया है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि सुबह ऑक्सीजन सप्लाई कुछ देर के लिए बाधित जरूर हुई थी, लेकिन इसकी वजह से मौतें नहीं हुई हैं.

मरीजों के परिजन लगातार कर रहे थे शिकायत

बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से मरीजों के परिजन इस बात की शिकायत कर रहे थे कि पीपुल्स अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी है. अस्पताल स्टाफ बाकायदा यह बात बताकर मरीजों को भर्ती भी कर रहे थे. सूत्रों के मुताबिक, इसी अस्पताल में पिछले दिनों सागर निवासी रमाकांत तिवारी की मौत भी हो गई थी.

अस्पताल का दावा- ऑक्सीजन की मात्रा कम-ज्यादा होती रहती है

अस्पताल में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध न होने से देर रात या सुबह ऑक्सीजन खत्म या कम हो जाती है. बताया जा रहा है कि पीपुल्स कोविड हॉस्पिटल सेंटर में सोमवार सुबह ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने से 10 मरीज़ों क़ी मौत हो गई. इधर, अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि मौत होने की वजह तबीयत का ज्‍यादा बिगड़ना है. ऑक्सीजन की सप्लाई कम या ज्यादा होती रहती है.