सोनिया का मोदी सरकार पर हमला, तेल की कीमतें बढ़ाकर जनता से 18 लाख करोड़ वसूले
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार ने 2014 से पेट्रोल-डीजल पर 12 बार एक्ससाइज ड्यूटी बढ़ाकर उपभोक्ताओं से 18 लाख रुपये अतिरिक्त वसूले है। पिछले तीन महीने में 22 बार पेट्रोल डीजल के दाम में बढ़ोतरी की गई है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर आज कांग्रेस पूरे देश में प्रदर्शन किया।
सोनिया गांधी ने कहा कि एक तरफ कोरोना महामारी का कहर और दूसरी तरफ महंगे पेट्रोल-डीजल की मार ने देशवासियों का जीना मुश्किल कर दिया है। आज देश भर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 80 रुपये प्रति लीटर को भी पार कर गई हैं। लॉकडाउन के बाद मोदी सरकार ने 22 बार पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाई हैं।
सोनिया गांधी ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के दाम उस वक्त बढ़ाए जा रहे हैं, जब कच्चे तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कम हो रही है। 2014 के बाद मोदी सरकार ने जनता को कच्चे तेल की गिरती कीमतों का फायदा देने की बजाए पेट्रोल-डीजल पर 12 बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई, जिसे सरकार ने 18 लाख करोड़ की अतिरिक्त वसूली की।
सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी यह है कि मुश्किल समय में देश वासियों का सहारा बने, उनकी मुसीबत का फायदा उठाकर मुनाफाखोरी ना करें। पेट्रोल-डीजल की अन्यायपूर्ण बढ़ोतरी ने सरकार द्वारा देशवासियों से जबरन वसूली का एक नया उदाहरण पेश किया है. यह ना केवल अन्याय पूर्ण है बल्कि संवेदनहीन भी है.
सोनिया गांधी ने कहा कि बढ़ी कीमतों की सीधी चोट किसान-गरीब-नौकरी पेशा वाले मध्यमवर्ग और छोटे-छोटे उद्योगों पर पड़ रही है। मैं मोदी सरकार से यह मांग करती हूं कि कोरोना महामारी के संकट में पेट्रोल-डीजल की बढ़ाई गई कीमतें फौरन वापस ली जानी चाहिए. एक्साइज ड्यूटी को भी वापस लिया जाए।