मूंग कैसे बेचें किसान, अभी तक रजिस्ट्रेशन ही शुरू नहीं हुआ
शिवराज सिंह चौहान जब से मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं तब से किसानों का एक एक पल मुश्किलों और मुसीबतों में ही बीत रहा है। किसानों को लिए यहां एक बार फिर से बुरे दिन आ गए हैं। कांग्रेस के 15 महीने के शासन काल में किसान को फसल का सही मूल्य समय पर मिलता था। लेकिन अब तो किसानों की कोई सुध ही लेने वाला नहीं है।
हरदा में समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी के लिए जिले में अब तक पंजीयन शुरू नहीं हुए। मूंग खरीदी के लिए 4 जून से पंजीयन शुरू होने की जानकारी 2 जून को ट्वीट कर कृषि मंत्री कमल पटेल ने यह जानकारी किसानों को दी थी, लेकिन 12 जून की शाम तक किसानों के पंजीयन शुरू नहीं हो सके। समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए किसानों के पंजीयन कराने वाले विभागों के पास शासन से पंजीयन के संबंध में शुक्रवार की शाम तक कोई दिशा-निर्देश तक नहीं पहुंचे।
समर्थन मूल्य पर खरीदी के पंजीयन नहीं होने के कारण किसानों को औने-पौने भाव पर मूंग की फसल बेचना पड़ रहा है। इधर जिला मुख्यालय स्थिति कृषि उपज मंडी में 80 हजार क्विंटल से अधिक आवक हो चुकी है। बता दें कि मूंग का समर्थन मूल्य 7050 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया, लेकिन पिछले 5 दिनों के आंकड़ों के अनुसार एक दिन भी किसानों का मूंग का समर्थन मूल्य से ज्यादा दाम पर नहीं खरीदा गया।