BhopalGwalior newsMadhya Pradesh

भाजपा की भीड़ ने उड़ाई कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां, कांग्रेस ने भी नियमों की अनदेखी की


ग्वालियर। मध्यप्रदेश उपचुनाव के मद्देनजर भाजपा ने शनिवार और रविवार को तीन स्थानों पर सदस्यता समारोह आयोजित कर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की। इन आयोजनों में सिंधिया समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए। इसमें कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ी। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने भी जवाब में विरोध प्रदर्शन किया और गिरफ्तारियां दीं। जिसमें कोरोना गाइड लाइन की अनदेखी की गई। दोनों ही दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मास्क और सोशल डिस्टेंस से परहेज किया। इस दौरान प्रशासन के अफसर भी मूकदर्शक बने रहे। जबकि अनुमति देते समय गाइड लाइन के पालन की शर्त रखी गई थी।

कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
कोरोना महामारी के बीच आयोजित सदस्यता कार्यक्रम का विरोध करते हुए कांग्रेस के नेता शिंदे की छावनी स्थित दफ्तर के बाहर इकट्ठे हुए। यहां से सभी नेता पैदल मार्च करते हुए फूलबाग धरना देने जाने वाले थे लेकिन पुलिस ने शिंदे की छावनी तिराहे पर और गुरुद्वारा तिराहे पर बेरीकेड्स व फोर्स लगाकर ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया। इस दौरान यहां की सभी दुकानें भी बंद रहीं। रास्ता बंद रहने के कारण सुबह 8.30 बजे से दोपहर 1 बजे तक इस रोड़ के ट्रैफिक को दूसरी सड़कों पर डायवर्ट किया गया। लोगों को रांग साइड या गलियों का सहारा लेकर निकलना पड़ा। वहीं कांग्रेस के प्रदर्शन में जुटे लोगों ने डिस्टेंस मेंटेन नहीं किया और अधिकांश लोग मास्क भी नहीं लगाए थे।

भाजपा की रैली में डिस्टेंस-मास्क गायब, सड़कों पर भारी भीड़

शनिवार को पहले दिन भाजपा ने 5 सदस्यता कार्यक्रम आयोजित कर ग्वालियर चंबल संभाग के 9 विधानसभा क्षेत्रों के लोगों को सदस्यता दिलाई। इन सभी कार्यक्रमों में लोगों को बिठाने की जो व्यवस्था की गई, उसमें किसी प्रकार से डिस्टेंस नियम का पालन नहीं किया गया। फूलबाग मैदान, मेले का फैसिलिटेशन सेंटर और वीनस हॉल में कुर्सियां बिल्कुल पास-पास रखी गईं। लोगों को कार्यक्रम में एंट्री से लेकर बिठाने तक किसी प्रकार से मास्क, सेनिटाइजर या डिस्टेंसिंग नियमों की मॉनिटरिंग नहीं की गई। वहीं दोपहर 2 बजे के बाद गोले का मंदिर, मेला रोड, गांधी रोड, फूलबाग रोड, शिंदे की छावनी, पड़ाव रूट पर ट्रैफिक जाम होता रहा।