बड़े बेआबरू होकर दिल्ली से लौटे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
नई दिल्ली/भोपाल। भोपाल से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रस्तावित मंत्रियों की सूची लेकर बड़े उत्साह से दिल्ली गए थे। एकबार के लिए लगा भी सबकुछ उनके मनमुताबिक लेकिन अंतिम समय में मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा का अचानक दिल्ली बुलाया जाना सबकुछ बदल कर रख दिया। जिसके बाद से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बड़े बेआबरू होकर मंत्रिमंडल के मंत्रियों का नाम फाइनल किए बिना ही लौटना पड़ा।
दिल्ली में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दो दिन तक चली भाग-दौड़ और मैराथन मंथन के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला और मंत्रिमंडल विस्तार पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया जा सका। अब सवाल उठता है कि इस दो दिन में आखिर ऐसा क्या हुआ कि 30 जून को लगभग तय माना जा रहा मंत्रिमंडल विस्तार टल गया?
मंत्रिमंडल विस्तार के स्वरूप में अटके ‘पेंच’ का हल नहीं निकल सका. शिवराज ने विस्तार में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए दिल्ली दौरे में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चार बार, गृहमंत्री अमित शाह से दो बार, नरेंद्र सिंह तोमर से दो बार और पीएम नरेंद्र मोदी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और बीएल संतोष से एक-एक बार मुलाकात की थी।
राजनीतिक हलचल तेज होने के बीच ही अचानक राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी दिल्ली आ गए। उन्होंने दिल्ली आने का कोई कारण तो नहीं बताया, लेकिन राजनीतिक गलियारों में नरोत्तम मिश्रा को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया। वो यहाँ पर शिवराज से अलग राजनीतिक गुरुओं के दरवाजे खटखटाते रहे।
मंत्रिमंडल विस्तार पर मैराथन बैठकों के बाद भी कोई सहमति नहीं बनी और विस्तार एक बार फिर टल गया। दो दिन दिल्ली में रुकने के बाद 30 जून को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह बैरंग भोपाल लौट गए।