चंबल में सिंधिया और तोमर की जंग में फंसी भाजपा
कांग्रेस से भाजपा में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए अपने गढ़ में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ज्योतिरादित्य सिंधिया से सामंजस्य नहीं बिठाना चाहते। वहीं सिंधिया भी नहले का जवाब दहले से देने से नहीं चूक रहे हैं। ऐसे में 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
फिलहाल दोनों के बीच में पोस्टर वॉर चल रहा है। पहले ग्वालियर में केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के पोस्टर लगे जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया को जगह नहीं मिली. अब गुना में सिंधिया समर्थकों ने पोस्टर लगा दिए हैं जिसमें नरेन्द्र सिंह तोमर ही गायब हैं।
सिंधिया बनाम तोमर पोस्टर वॉर अब ग्वालियर से निकलकर गुना आ पहुंचा है. यहां एक पोस्टर लगाया गया है. पोस्टर में जिस मुद्दे का जिक्र है वो तो कोरोना महामारी का है लेकिन जो मुद्दा बिना दिखे भी ज़्यादा दिखाई दे रहा है वो है सिंधिया के पोस्टर में नरेन्द्र सिंह तोमर का न होना। ये पोस्टर बमौरी विधानसभा सीट के सिंधिया समर्थक कार्यकर्ताओं की ओर से लगाया गया है. इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया की फोटो छायी हुई है।
सिंधिया का दामन छोड़ चुके केपी यादव भी पोस्टर में
पोस्टर में पूर्व मंत्री और विधायक सिंधिया समर्थक महेन्द्र सिंह सिसोदिया को खास जगह दी गयी है। इसके साथ पीएम मोदी, अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा, शिवराज सिंह चौहान की फोटो है। यहां तक कि सिंधिया को लोकसभा चुनाव में हराने वाले उनके पीए के पी यादव, ज़िलाध्यक्ष गजेन्द्र सिंह सिकरवार और विधायक गोपीलाल जाटव को भी जगह दी गयी है। लेकिन अगर कोई नहीं है तो वो हैं ग्वालियर चंबल में पार्टी का सबसे वरिष्ठ चेहरा नरेन्द्र सिंह तोमर का।
तोमर की फोटो न होना निंदनीय
भाजपा पूर्व विधायक राजेंद्र सलूजा और नरेंद्र सिंह तोमर के सरपरस्त ने नाराजगी जताने में देर नहीं की। उन्होंने कहा नरेंद्र सिंह तोमर का फोटो न होना निंदनीय है। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में फिर कभी ऐसा न हो।
पोस्टर वॉर, ईंट का जवाब पत्थर से
दरअसल इसकी शुरुआत ग्वालियर से हुई. पिछले दिनों ग्वालियर में दो नरेन्द्र सिंह तोमर के जन्मदिन और उससे पहले एक बार दो अलग-अलग मौकों पर पोस्टर लगाए गए। उसमें बीजेपी के सभी आला नेताओं को जगह मिली लेकिन सिंधिया उसमें कहीं नज़र नहीं आए। पार्टी ने सफाई दी कि ये पार्टी के नहीं बल्कि समर्थकों की ओर से लगाए गए पोस्टर हैं।