भाजपा में बगावत के डर से नहीं हो रहा मंत्रिमंडल का विस्तार
मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस में तोड़फोड़ करने वाली भाजपा को अब बगावत का डर सताने लगा है। शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार को चलाने से ज्यादा बचाने की चिंता भाजपा को है। सरकार गठन के एक महीने बाद सिर्फ पांच मंत्री बनाए गए थे। इसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा पिछले एक महीने से है लेकिन भाजपा में बगावत के डर से इसे लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है। उपचुनाव से पहले ही कहीं शिवराज को अपनी सरकार से कहीं हाथ नहीं धोना पड़े।
सिंधिया से किए वादे और भाजपा संगठन के बीच तालमेल बिठाने में हर बार शिवराज की सरकार लड़खड़ाती दिख रही है। एक राजनीतिक विश्लेषक के अनुसार इस बार भाजपा का सरकार बनाने का दांव उल्टा पड़ गया है। अगर उपचुनाव से पहले मंत्रिमंडल विस्तार में बागी विधायकों की अनदेखी की गई तो मुसीबत हो सकती है। अगर भाजपा नेताओं की अनदेखी की गई तो उपचुनाव से पहले ही सरकार अल्पमत में आ सकती है। अब देखना यह है कि भाजपा अपने बनाए इस चक्रव्यूह से कैसे बाहर निकल पाती है।